Author: Dilip Singh Rathod

Uttarakhand: आयुष्मान योजना के दुरुपयोग पर मुख्यमंत्री धामी सख्त, सत्यापन अभियान शुरू.

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उत्तराखंड में आयुष्मान भारत योजना के दुरुपयोग को रोकने और पात्र व्यक्तियों तक इस योजना का लाभ पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने दोहरी योजनाओं का लाभ लेने वालों की पहचान के लिए आयुष्मान कार्ड का सत्यापन अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस विषय पर विस्तृत चर्चा की और अपात्र कार्डधारकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।

 

दोहरी योजनाओं का लाभ लेने वालों पर सख्त नजर-

बैठक में खुलासा हुआ कि कई व्यक्तियों ने राज्य कर्मचारी बीमा योजना (ESI) के साथ-साथ आयुष्मान कार्ड भी बनवा रखा है। नियमानुसार, कोई भी व्यक्ति एक समय में केवल एक स्वास्थ्य योजना का लाभ ले सकता है। सत्यापन अभियान के माध्यम से ऐसे व्यक्तियों की पहचान की जा रही है, ताकि उन्हें योजनाओं का अनुचित लाभ लेने से रोका जा सके।

 

 

पड़ोसी राज्यों के फर्जी कार्डधारकों का पर्दाफाश-

 

उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जांच में पाया गया कि इन पड़ोसी राज्यों के कुछ लोगों ने फर्जी राशन कार्ड के आधार पर उत्तराखंड आयुष्मान योजना के कार्ड बनवा लिए हैं और मुफ्त इलाज का लाभ उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ने इन फर्जीवाड़ों की गहन जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

आयुष्मान योजना के खर्च में भारी वृद्धि-

आयुष्मान योजना के अंतर्गत लाभार्थियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि और फर्जी कार्डधारकों के चलते राज्य पर आर्थिक दबाव बढ़ गया है। योजना का वार्षिक खर्च 1100 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि शुरुआती दिनों में यह अपेक्षाकृत कम था। राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फर्जी कार्ड बनाने वाले अधिकारियों और व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही है।

 

राशन कार्ड का सत्यापन भी होगा-

मुख्यमंत्री धामी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि आयुष्मान कार्ड सत्यापन के साथ ही राशन कार्ड का सत्यापन अभियान भी चलाया जाए। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योजनाओं का लाभ केवल उन्हीं लोगों को मिले, जो इसके पात्र हैं।

 

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पारदर्शिता और सुशासन की ओर कदम-

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के इन सख्त निर्देशों से यह साफ है कि सरकार आयुष्मान योजना सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने और अपात्र लोगों को लाभ से रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार और नागरिकों का विश्वास बहाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Uttarakhand: राष्ट्रीय खेलों से पहले प्रदेश को मिली बड़ी सौगात, CM धामी ने चकरपुर, खटीमा में स्पोर्ट्स स्टेडियम का किया लोकार्पण।

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राष्ट्रीय खेलों से पहले प्रदेश को मिली बड़ी सौगात, CM धामी ने चकरपुर, खटीमा में स्पोर्ट्स स्टेडियम का किया लोकार्पण।

मुख्यमंत्री ने चकरपुर, खटीमा में नव निर्मित वन चेतना केंद्र स्पोर्ट्स स्टेडियम का किया लोकार्पण।

नव निर्मित स्टेडियम में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से क्षेत्र के युवाओं का खेल के प्रति बढ़ेगा उत्साह – मुख्यमंत्री।

प्रदेश की जनता से मुख्यमंत्री का वादा- ऐतिहासिक होंगे राष्ट्रीय खेल और उत्तराखंड को देंगे विश्वस्तरीय पहचान।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को चकरपुर, खटीमा में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए ₹ 1615.62 लाख की लागत नव निर्मित वन चेतना केंद्र स्पोर्ट्स स्टेडियम का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित स्टेडियम के उद्घाटन पर सभी क्षेत्रवासियों को शुभकामना देते हुए कहा कि 2017 में खटीमा के विधायक के रूप में उन्होंने इस स्टेडियम की घोषणा की थी। हालांकि, कई बाधाओं के चलते उनके विधायक रहते हुए इस स्टेडियम का कार्य पूर्ण नहीं हो सका था। लेकिन प्रदेश के मुख्य सेवक के रूप में उन्हें इसका शुभारंभ करने का सुअवसर प्राप्त हुआ, जो उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा ये स्टेडियम क्षेत्र के युवाओं को खेल का मंच प्रदान करेगा, जहाँ वे अपनी प्रतिभा को निखार सकेंगे और उसके माध्यम से राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खटीमा सहित पूरे राज्य का गौरव बढ़ा सकेंगे।

 

राष्ट्रीय खेलो के आयोजन से युवाओं में खेलों के प्रति उत्साह को बढ़ावा मिलेगा- CM धामी

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनिर्मित स्टेडियम आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। जहां बास्केटबॉल, फुटबॉल, वालीबॉल, कबड्डी जैसे खेलों के मैदानों का निर्माण कराया गया है, साथ ही खिलाड़ियों के ठहरने के लिए हॉस्टल और इनडोर कार्यक्रमों के लिए बहुउद्देश्यीय हॉल का भी निर्माण किया गया है। नए स्टेडियम में आगामी राष्ट्रीय खेलों की मलखंभ प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा राष्ट्रीय खेलो के आयोजन से क्षेत्र के युवाओं में खेलों के प्रति रुचि और उत्साह को बढ़ावा मिलेगा।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल, युवाओं के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ ही युवाओं में अनुशासन, टीमवर्क और संघर्षशीलता जैसे गुणों का भी विकास करता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के प्रारंभ से ही ‘खेलो इंडिया’ और ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से देश में खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करने की मजबूत नींव रखी है। आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत खेलों के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को छू रहा है तथा वैश्विक मंच पर अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है।

 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सरकार द्वारा प्रदेश में नई खेल नीति के अंतर्गत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं को सरकारी नौकरी, आवासीय स्पोर्ट्स कॉलेजों के खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण और शिक्षा तथा खेल-छात्रवृत्ति जैसी सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री खेल विकास निधि, मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का काम भी किया जा रहा है।

 

 

राज्य सरकार ने खिलाड़ियों के लिए 4 प्रतिशत आरक्षण और पुरस्कार राशि को दोगुना किया-CM धामी

 

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार ने खिलाड़ियों के लिए 4 प्रतिशत आरक्षण और पुरस्कार राशि को दोगुना करने जैसे कदम भी उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही राज्य में एक खेल विश्वविद्यालय भी स्थापित करने जा रहे हैं, जो खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण और सुविधाएँ उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आज देवभूमि और वीरभूमि के साथ-साथ खेलभूमि के रूप में भी अपनी पहचान बना रहा है। आगामी 28 जनवरी से हमारे राज्य में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होने जा रहा है। इस बार, हम राष्ट्रीय खेलों को ‘ग्रीन गेम्स’ की थीम पर आयोजित कर रहे हैं।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन खेलों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा मुझे पूर्ण विश्वास है कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हमारे प्रदेश के युवाओं में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से वादा करते हुए कहा कि इस बार के राष्ट्रीय खेल न केवल ऐतिहासिक होंगे, बल्कि खेलों के क्षेत्र में उत्तराखंड की साख को विश्वस्तरीय रूप देने में भी सफल रहेंगे। उन्होंने कहा खटीमा उनका घर है, यहीं से उन्होंने अपनी जनसेवा की यात्रा आरंभ की थी, और इस क्षेत्र की प्रत्येक गली, प्रत्येक गाँव उनके दिल के करीब है। उन्होंने कहा कि खटीमा की माटी और यहाँ के लोगों से उन्हें हमेशा ऊर्जा और प्रेरणा मिली है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने खटीमा में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल से लेकर बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। गदरपुर और खटीमा बाईपास का निर्माण, नए हाईटेक बस स्टैंड का निर्माण कार्य, खटीमा को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाली सड़कों के चौड़ीकरण और पुनर्निर्माण का कार्य जैसे अनेकों कार्य इस क्षेत्र में हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश एवं खटीमा क्षेत्र के विकास में आगे भी कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। राज्य सरकार सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड निर्माण के अपने विकल्प रहित संकल्प के आधार पर निरंतर कार्य कर रही है।

 

मुख्यमंत्री ने मलखम्ब खिलाड़ियों से संवाद किया व उनके खेल प्रतिभा को देख उनकी सराहना की।

इस अवसर पर विधायक खटीमा भुवन चंद कापड़ी, दर्जा मंत्री अनिल कपूर डब्बू, जिलाध्यक्ष भाजपा कमल जिंदल, पूर्व विधायक डॉ प्रेम सिंह राणा, पूर्व दर्जामंत्री राजपाल सिंह, विवेक सक्सेना, गिरीश जोशी, भैरव दत्त पाण्डे, जीवन धामी, कैलाश चंद्र, अमित पाण्डे, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, निदेशक खेल प्रशांत आर्या, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन: 17 देशों से आएंगे 60 प्रतिनिधि, सीएम धामी करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन.

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अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में 17 देशों से 60 प्रतिनिधि शामिल होंगे। 12 जनवरी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। सम्मेलन में चार अलग-अलग सत्रों में कृषि एवं उद्यान, पर्यटन, उद्योग, कौशल विकास की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।

सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने सम्मेलन के दौरान राज्य की लोक संस्कृति, खानपान, स्थानीय हस्तशिल्प, उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने के निर्देश दिए। इसके अलावा जिला प्रशासन को सम्मेलन के आयोजन के दौरान शहर व आयोजन स्थल की स्वच्छता, पार्किंग व्यवस्था, विदेश से आने वाले प्रवासी अतिथियों के स्वागत-सत्कार के लिए संपर्क अधिकारियों, परिवहन, प्रोटोकाॅल, रहने, ट्रैफिक की पुख्ता व्यवस्था करने को कहा।

बैठक में बताया गया कि सम्मेलन में उद्योग विभाग की ओर से विनिर्माण, ऊर्जा व स्टार्टअप में निवेश की संभावनाओं, पर्यटन विभाग : हाॅस्पिटेलिटी एंड वेलनेस, कौशल विकास विभाग की ओर से कौशल विकास व विदेश में रोजगार के अवसर, कृषि विभाग उद्यान की ओर से हर्बल मेडिसिन व ऐरोमेटिक पौधों पर सत्र आयोजित किए जाएंगे। प्रवासियों के साथ राज्य के विकास में योगदान के साथ ऊर्जा क्षेत्र में निवेश, पलायन को रोकने पर चर्चा की जाएगी। 

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Uttarakhand: प्रवास के दौरान PM मोदी करेंगे बदरी-केदार में पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा. जा सकते हैं मुखबा, CM धामी ने दी जानकारी.

 

सम्मेलन में पर्यटन एवं वेलनेस सत्र में एस्ट्रो टूरिज्म, हेली सेवाओं के माध्यम से राज्य को जोड़ने, राज्य में पर्यावरणीय एवं वन्यजीव पर्यटन और आयुष एवं वेलनेस पर चर्चा की जाएगी। बैठक में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगौली, विनोद कुमार सुमन, डीजी सूचना बंशीधर तिवारी समेत सभी संबंधित विभागों के सचिव, अपर सचिव एवं विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

इन देशों से आएंगे प्रवासी
यूएई से 19, जापान से 10, सिंगापुर से चार, न्यूजीलैंड से तीन, कनाडा, चीन, यूनाइटेड किंगडम, इंडोनेशिया, अमेरिका, वियतनाम व ओमान से दो-दो और जर्मनी, आयरलैंड, मलेशिया, नाइजीरिया व थाइलैंड से एक-एक प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में आएंगे।

Uttarakhand: प्रवास के दौरान PM मोदी करेंगे बदरी-केदार में पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा. जा सकते हैं मुखबा, CM धामी ने दी जानकारी.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के एक दिवसीय प्रवास के दौरान बदरीनाथ-केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा करेंगे और शीतकालीन यात्रा का संदेश देने के लिए इस बार गंगोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा या यमुनोत्री के खरशाली जा सकते हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि दिल्ली प्रवास के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री से राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन और शीतकालीन यात्रा पर आने का अनुरोध किया था। प्रधानमंत्री ने इसके के लिए अनुमति दे दी है। बता दें कि अब राज्य सरकार की योजना बदरी-केदार की तर्ज पर केंद्र सरकार की मदद से सीमांत जिले उत्तरकाशी के गंगोत्री और यमुनोत्री धामों का सुनियोजित विकास कराने की है।

इसलिए मुख्यमंत्री ने मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री से इस बार गंगोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा या यमुनोत्री के खरशाली आने का अनुरोध किया। सीएम ने कहा, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करने जब उत्तराखंड आएंगे तो वह केदारनाथ में चल रहे दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा करेंगे।

वह बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत चल रहे कार्यों की प्रगति जानेंगे। सरकार की ओर से दोनों ही प्रोजेक्टों का प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा। बताया जा रहा कि पीएम करीब साढ़े पांच घंटे उत्तराखंड में रहेंगे। पीएम के दौरे को लेकर कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। साथ ही उनके दौरे को लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं।

Uttarakhand: प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में आएंगे 17 देशों से लोग. 

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12 जनवरी को देहरादून में होने जा रहा है भव्य आयोजन

50 से अधिक प्रवासी उत्तराखंडियों ने अब तक किया रजिस्ट्रेशन

 

उत्तराखंड सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में 17 देशों में रहने वाले उत्तराखंडी पहुंच रहे हें। अब तक 50 से अधिक जाने माने प्रवासी उत्तराखंडियों ने सम्मेलन के लिए अपना पंजीकरण करवा लिया है।

12 जनवरी को आयोजित होने वाले एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे। सम्मेलन में उत्तराखंड में निवेश की संभावना, हॉस्पेटिलिटी – वेलनेस, कौशल विकास, विदेश में रोजगार और उच्च शिक्षा के साथ ही उद्यान जड़ी- बूटी में संभावना विषय पर चार अलग अलग सत्रों में पैनल डिस्कशन भी किया जाएगा।

 

शामिल हो रहे हैं कई दिग्गज-

इस सम्मेलन में विदेश में रहते हुए अलग -अलग क्षेत्रों में नाम कमाने वाले कई प्रवासी उत्तराखंडी शामिल हो रहे हैं। इसमें प्रवासी भारतीय सम्मान प्राप्त दुबई निवासी गिरीश चंद्र पंत के अलावा चीन से देव रतूड़ी, अमेरिका से डॉ अनिता शर्मा, जापान से भुवन तिवारी, सिंगापुर से सुनील थपलियाल, मीनाक्षी डबराल, थाईलैंड से डॉ एके काला जैसे नाम शामिल हैं। कई प्रवासी, इससे पहले भारत सरकार की ओर से भुवनेश्वर में आयोजित किए जा रहे प्रवासी भारतीय दिवस में भी शामिल होंगे। कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी के लिए वेबसाइट भी शुरू कर दी गई है।

 

मुख्यमंत्री धामी की पहल से हुई शुरुआत-

विदेशों में रहने वाले प्रवासी उत्तराखंडियों को अपनी मिट्टी से जोड़ने की पहल खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की। दरअसल, दिसंबर 2023 में आयोजित इन्वेस्टर समिट से पहले सीएम धामी विदेश दौरे पर गए थे, जहां प्रवासियों ने उनका उत्तराखंड की रीति परंपरा से स्वागत किया। इस दौरान तमाम सफल लोगों की मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई। इसी के बाद मुख्यमंत्री ने ऐसे प्रवासियों के अनुभव का लाभ लेने के लिए, शासन में प्रवासी उत्तराखंडी सेल गठित किए जाने के साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन भी आयोजित करने के निर्देश दिए। इसी क्रम में गत सात नवंबर को देहरादून में अपने देश के भीतर ही विभिन्न राज्यों में रहने वाले उत्तराखंडियों के बीच ऐसा ही एक सम्मेलन आयोजित किया जा चुका है।

विदेशों में रहने वाले उत्तराखंड के प्रवासी, हर क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं। उनके पास ज्ञान, विज्ञान, तकनीकी, उद्यमशीलता का विपुल अनुभव है। सरकार चाहती है कि इस अनुभव से प्रवासीजन अपने प्रदेश और गांव का भी विकास करें। सरकार इस काम में हर संभव मदद देने को तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी लगातार प्रवासियों को अपने प्रदेशों के विकास में योगदान करने की प्रेरणा देते रहे हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।

पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड

CM धामी ने किया वीर शिरोमणि माधोसिंह भंडारी कृषि विकास मेले का शुभारम्भ, क्षेत्र के विकास के लिए CM ने की कई घोषणाएं. 

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मलेथा टिहरी गढ़वाल में वीर शिरोमणि माधोसिंह भंडारी की स्मृति में आयोजित 5 दिवसीय राजकीय औद्योगिक कृषि विकास मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभागीय स्टालों का निरीक्षण कर विभिन्न स्कूलों एवं एनसीसी कैडेट्स द्वारा निकाली गई मार्च पास्ट रैली को सलामी दी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने मलेथा में वीर शिरोमणि माधोसिंह भंडारी के स्मारक में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके द्वारा निर्मित ऐतिहासिक गूल का अवलोकन कर उन्हें नमन किया।

 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मलेथा चौराहे का नाम वीर शिरोमणि माधोसिंह भण्डारी के नाम पर किए जाने, वीर शिरोमणि माधोसिंह भण्डारी मेला स्थल का विस्तारीकरण किए जाने, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिल्काखाल के भवन निर्माण, सूर्य देवी मन्दिर पलेठी बनगढ का सौन्दर्यकरण किए जाने, रैतासी सड़क का निर्माण तथा ललूडीखाल-फरस्वाणगांव मोटर मार्ग एवं भैंसकोट मोटर मार्ग का डामरीकरण करने की घोषणा की।

 

कठिन व विपरीत परिस्थितियों में सिंचाई गूल बनाई गई- सीएम धामी

 

मुख्यमंत्री ने वीर शिरोमणि माधोसिंह भण्डारी के अद्वितीय साहस, त्याग और बलिदान को नमन करते हुए कहा कि यह सामान्य मेला नहीं अपितु एक विशेष त्यौहार है, जो अपनी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने का काम कर रहा है तथा भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सच्चा शौर्य शक्ति में नहीं अपितु सेवा ओर समर्पण में निहित होता है, जिसकी बानगी वीर शिरोमणि माधोसिंह भण्डारी के कार्यों से मिलती है। उनके द्वारा क्षेत्र की खुशहाली के लिए कठिन एवं विपरीत परिस्थितियों में जो सिंचाई गूल बनाई गई वह आज भी लोगों को लाभान्वित कर रही है।

 

 

स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है- सीएम धामी

 

सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के विकास और प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, हर क्षेत्र में काम कर रही है। जनपद टिहरी गढ़वाल में सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत 170 किमी. में क्रेश बैरियर निर्माण किया जा रहा है। मुयालगांव में आपदा में बहे पुल के स्थान पर 18 मीटर लंबा बेली ब्रिज बनाया गया। टिहरी झील रिंग रोड़ निर्माण किया जा रहा है। पलायन रोकने, पर्यटन, रोजगार और व्यापार बढ़ाने हेतु नौकरी सृजन के साथ ही स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। महिलाओं और किसानों को सशक्त बनाने हेतु किसानों को एक 3 लाख तक का ऋण बिना ब्याज दिया जा रहा है।

 

राज्य सरकार द्वारा सख्त नकल विरोधी कानून बनाया गया- सीएम धामी

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एक लाख महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। आज स्वयं सहायता समूह अपनी आजीविका को बढ़ाने के साथ ही अन्य को भी रोजगार देने का काम कर रहे हैं। हाउस ऑफ़ हिमालय ब्रांड के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा सख्त नकल विरोधी कानून बनाया गया, जिससे प्रतिभावान नौजवानों का विश्वास बढ़ा है और वे अपनी क्षमता के अनुसार नौकरी पा रहे हैं। 19 हजार से अधिक नौकरी देने का काम राज्य सरकार ने किया है। इसके साथ ही समान नागरिक संहिता कानून बनाने का काम किया जा रहा है। शीघ्र ही राज्य में सख्त भू कानून बनाने का काम भी किया जाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अपना उत्तराखंड बहुत जल्द अग्रणीय राज्यों की श्रेणी में शामिल होगा।

 

 

इस अवसर पर उद्यान, पशुपालन, राजस्व, बाल विकास, चिकित्सा, उद्योग, कृषि, समाज कल्याण, पर्यटन, ग्राम्य विकास, पंचायत राज आदि विभागों द्वारा विभागीय स्टालों के माध्यम से जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार करने के साथ ही जन शिकायतों का निस्तारण किया गया। विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा भारतीय संस्कृति पर आधारित झांकियों का प्रदर्शन किया गया।

 

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विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए हुए क्षेत्र के विकास से संबंधित मांगपत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। इस अवसर पर निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष/प्रशासक सोना साजवाण, जिलाध्यक्ष भाजपा राजेश नौटियाल, अध्यक्ष नगरपालिका परिषद देवप्रयाग ममता देवी, एसएसपी आयुष अग्रवाल, एएसपी जे.आर. जोशी, डीजीएम आरवीएनएल राजेश अरोड़ा सहित अन्य गणमान्य एवं क्षेत्रीय जनता मौजूद रहे।

Uttarakhand Nikay Chunav: प्रचार की रणनीति पर हुई चर्चा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने ली प्रत्याशियों की बैठक.

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Dehradun: प्रदेश कांग्रेस ने निकाय चुनावों में प्रचार के मोर्चों पर रणनीति बनाने का काम शुरु कर दिया है.  इस कड़ी में कांग्रेस मुख्यालय में आज नगर निगम के चुनावी प्रचार की शुरुआत करते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष  प्रीतम सिंह, जिला प्रभारी प्रकाश जोशी एवं प्रतापनगर विधायक विक्रम सिंह नेगी की उपस्थिति में मेयर प्रत्याशी एवं पार्षद प्रत्याशियों की बैठक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में चुनाव प्रचार की रणनीति पर चर्चा हुई।

 

उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रतिमा सिंह ने बताया कि नगर निकाय चुनाव के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह एवं पूर्व एआईसीसी सचिव व जिला प्रभारी श्री प्रकाश जोशी ने सभी पार्षद प्रत्याशियों से चुनाव प्रचार की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की और सभी को साथ लेकर चलने का सुझाव दिया।

 

उन्होंने कहा कि उन कार्यकर्ताओं जो टिकट के दावेदार थे परन्तु किन्हीं कारणवश प्रत्याशी नहीं बनाया जा सका उन कार्यकर्ताओं को भी साथ लेकर चलना है। कहा भाजपा के शासन में हुई देहरादून की दुर्दशा औऱ भाजपा के झूठ को घर-घर पहुंचाकर पर्दाफाश करना है। कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ आन्दोलनकारी को अपना प्रत्याशी बनाया है जिसका लाभ निश्चित रूप से हमें चुनाव में मिलेगा तथा कांग्रेस प्रत्याशी भारी बहुमत से चुनाव में विजयी होंगे।

 

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मेयर पद के कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरना है। सभी का साथ मिलेगा तभी विजय मिलेगी.. बैठक में सभी पार्षद प्रत्याशियों के साथ साक्षात्कार कराया गया।
इस अवसर पर मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल, सहित कांग्रेस पार्टी के सभी 100 वार्ड के प्रत्याशी तथा वरिष्ठ नेतागण उपस्थित थे।

 

डॉ0 प्रतिमा सिंह ने यह भी बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी वीरेन्द्र पोखरियाल पटेलनगर संजय कॉलोनी में सफाई कर्मियों के मुद्दे पर सुझाव हेतु बैठक करेंगे।

 

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Uttarakhand: कूड़ा उठाने वाले वाहनों और मोबाइल रिंग टोन में बजेगा 38वें नेशनल गेम्स का एंथम, जानिए क्या है धामी सरकार का प्लान…

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मोबाइल की रिंग टोन में गूंजेगा राष्ट्रीय खेल का एंथम

राष्ट्रीय खेल सचिवालय की ओर से बीएसएनएल को भेजा जा रहा है पत्र

कूड़ा गाड़ियों से लेकर एफएम के जरिये भी प्रचार की तैयारी

आन बान शान ले, शौर्य का प्रमाण ले’ है राष्ट्रीय खेल एंथम

38 वें राष्ट्रीय खेल का एंथम ‘आन बान शान ले, शौर्य का प्रमाण ले’ जल्द ही आपको मोबाइल रिंग टोन में सुनाई दे सकता है। राष्ट्रीय खेल सचिवालय की ओर से इस संबंध में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को पत्र भेजा जा रहा है।

राष्ट्रीय खेल इस महीने की 28 तारीख से शुरू होने हैं। इसके लिए प्रचार अब तेज हो रहा है। राष्ट्रीय खेल के लिए ‘आन बान शान ले, शौर्य का प्रमाण ले’ एंथम तैयार किया गया है। इसका शुभारंभ 15 दिसंबर 2024 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया था। इस एंथम को प्रचारित प्रसारित करने के लिए कई स्तरों पर कार्य किया जा रहा है। जो एंथम तैयार किया गया है, वह काफी लंबा है। ऐसे में प्रचार की दृष्टि से एंथेम के सिर्फ 30 सेकेंड के हिस्से का इस्तेमाल किया जाएगा।

कूड़ा गाड़ियों से लेकर FM तक का होगा उपयोग-

नगर निकाय क्षेत्रों में रोजाना कूड़ा उठाने वाले वाहनों से भी राष्ट्रीय खेल का एंथम सुनाई दे सकता है। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। एफएम समेत अन्य सभी प्रचार माध्यमों के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है। कोशिश ये ही है कि जिन जनपदों में राष्ट्रीय खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जानी हैं, वहां पर सफाई वाहनों व एफएम आदि से ज्यादा प्रचार किया जाए।

 

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मोबाइल रिंग टोन में राष्ट्रीय खेलों का एंथम सुनाई दे, इसके लिए हमारी बीएसएनएल से बात हुई है। अब आधिकारिक पत्र भी भेजा जा रहा है। वहां से जवाब आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह, सफाई वाहन हो या फिर एफएम हम राष्ट्रीय खेलों के प्रचार के लिए ज्यादा से ज्यादा माध्यमों का उपयोग करना चाहते हैं। इसके लिए तैयारी की जा रही है।

अमित सिन्हा, विशेष प्रमुख सचिव खेल/मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राष्ट्रीय खेल

 

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यह है राष्ट्रीय खेल का एंथम-

आन बान शान ले, शौर्य का प्रमाण ले
एकत्र सर्वश्रेष्ठ है मैदान में
ना कोई विकल्प हो, संकल्प से शिखर तक
विजय गाथा लिख दें आसमान में।
पर्वतों की गोद में, गली-गली प्रमोद में
देवभूमि की धरा अखंड ये
हर घड़ी प्रयास में, आगमन की आस में
मेजबान आज उत्तराखंड ये।
उल्लास का यह पर्व है
हर किसी को गर्व है
मान हमको भारत विराट पर
जीत की हो कामना
खेल की हो भावना
जीत का तिलक है हर ललाट पर।
खेल है खिताब है, मेल है मिलाप है
समग्र अपने देश की है एकता
स्वागत सत्कार है
अपने देश की है ये विशेषता।
गूंज विजय नाद की, जोश में भरे सभी
दहाड़ते हैं आज आसमान में।
गरजते हैं जोर से
जो आए हर ओर से
ना कोई शिकन है ना गुमान है।
आन बान शान ले, शौर्य का प्रमाण ले

Uttarakhand Nikay Chunav: नाम वापसी पूरी, सभी निकायों की अंतिम सूची हुई जारी, आज मिलेंगे चुनाव चिह्न.

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प्रदेश में नामांकन वापसी पूरी होने के बाद बृहस्पतिवार को सभी निकायों के प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी गई। अब शुक्रवार को प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे।

राज्य निर्वाचन आयोग के चुनाव कार्यक्रम के तहत बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से निकायों में नामांकन वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। शाम चार बजे तक सभी निकायों में नाम वापसी का मौका दिया गया। इसके बाद शाम को ही चुनावी मैदान में अंतिम प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लग गई।

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पार्टियों के टिकट से चुनाव लड़ रहे जो प्रत्याशियों को पार्टी का ही चिह्न मिलेगा। निर्दलीय या गैर मान्य पंजीकृत दलों के प्रत्याशियों को राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से तय चुनाव चिह्न शुक्रवार को आवंटित किए जाएंगे। आयोग ने इन प्रत्याशियों के लिए 47 चुनाव चिह्न निर्धारित किए हैं।

Uttarakhand: सीएम ने 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन का पोस्टर किया जारी, 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि करेंगे शिरकत।

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मुख्यमत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास में 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन एवं कृषि प्रदर्शनी के ब्रोशर और पोस्टर का विमोचन किया। कृषि विज्ञान सम्मेलन में पचास से भी ज्यादा देशों के प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे।

सीएम ने 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन का पोस्टर किया जारी-

सीएम धामी ने आज 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन का पोस्टर जारी किया। बता दें कि ये कृषि महाकुंभ 20 फरवरी से 22 फरवरी 2025 को गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर में प्रस्तावित है। जो कि राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी एवं गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा संयुक्त रूप आयोजित किया जा रहा है।

 

50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि करेंगे शिरकत-

गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के कुलपति प्रो. एमएस चौहान ने बताया कि 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन में 50 से अधिक देशों के 04 हजार से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे। सम्मेलन में पर्वतीय क्षेत्रों की कृषि में नवाचार, कृषि क्षेत्र में युवा पेशेवरों को बढ़ावा देने, डिजिटल एग्रीकल्चर, जलवायु परिवर्तन, स्मार्ट लाइवस्टॉक फार्मिंग जैसे विषय पर पैनल चर्चा की जाएगी।

कृषि प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी में 200 से ज्यादा संस्थान लेंगे भाग-

सम्मेलन में विज्ञान में नई खोज के लिए गुणवत्तापरक शिक्षा, मधुमक्खी पालन की संभावनाएं, गरीबी और कुपोषण से मुक्ति के लिए नए उपाय जैसे विषयों पर सेमिनार का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर एक कृषि प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी जिसमें देश-विदेश के 200 से अधिक संस्थान भाग लेंगे।