Author: Dilip Singh Rathod

Dehradun: मुख्यमंत्री धामी ने की मेजर जनरल मनोज तिवारी से मुलाकात, अग्निवीर भर्ती को लेकर दी बड़ी जानकारियां.

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में मेजर जनरल मनोज तिवारी ने भेंट की। उन्होंने कहा कि अग्निवीर भर्ती में उत्तराखंड से 4500 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। 2000 रिक्त पदों पर भी जल्द भर्ती की जाएगी।

मेजर जनरल मनोज तिवारी ने कहा कि आने वाली भर्तियों में भी राज्य से अधिक से अधिक युवा प्रतिभाग कर सकें, इसके लिए राज्य और जनपद स्तरों पर कैंप लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड सैनिक बहुल प्रदेश है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में होने वाली भर्तियों में सेना को पूरा प्रशासनिक सहयोग दिया जाएगा। सेना द्वारा राज्य में जो कैंप लगाए जाएंगे, उसमें राज्य सरकार द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा।

Jyotish Maha Kumbh: ज्योतिष महाकुंभ का सीएम धामी ने किया समापन, युवा ज्योतिषियों को किया सम्मानित.

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हमारे ऋषि-मुनि अपने समय के वैज्ञानिक थे। उन्होंने प्राचीनकाल में जो भविष्यवाणियां की थीं, वे आज भी प्रासंगिक और स्थापित हैं। सौर मंडल हो या ज्वार भाटा, पंचांग आज भी सटीक भविष्यवाणी करता है।

सातवें अमर उजाला-ग्राफिक एरा ज्योतिष महाकुंभ के समापन समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, तीनों काल भूत, भविष्य व वर्तमान को देखने वाला नेत्र ज्योतिष है। धामी ने ज्योतिषियों को सम्मानित करने के बाद कहा, आज नासा भी हमारे ज्योतिष और पुरातन वैदिक ज्ञान का लोहा मानता है। सनातन परंपरा में ज्योतिष शास्त्र का महत्वपूर्ण स्थान है।

कहा, उत्तराखंड में ज्योतिष शास्त्र की लंबी परंपरा और गौरवशाली इतिहास रहा है। यह भूमि प्राचीन काल से ऋषि-मुनियों और ज्योतिषाचार्यों की तपस्थली एवं साधना का केंद्र रही है। हमारी महान सनातन संस्कृति में प्राचीन काल से ज्ञान, कर्म, उपासना के साथ अलौकिक विद्याओं के रहस्यों को उजागर किया जाता रहा है।

ज्योतिष शास्त्र का महत्वपूर्ण स्थान-

कहा, वेद, पुराण, उपनिषद जैसे ग्रंथ प्रदान करने वाले भी ऋषि-मुनि ही थे। कहा, ऋषियों ने मानव की भलाई के लिए कई वैज्ञानिक ग्रंथों और मान्यताओं की रचना की। ज्योतिष भी उन्हीं ऋषियों की ओर से दी हुई महान वैज्ञानिक दृष्टि है। प्राचीन काल से भारतीय सनातन परंपरा में ज्योतिष शास्त्र का महत्वपूर्ण स्थान रहा है।

कहा, महर्षि पराशर, आर्यभट्ट जैसे अनेकों विद्वानों के सैकड़ों वर्षों के शोध एवं गणितीय विश्लेषण के बाद तैयार किया विज्ञान आज के कंप्यूटर युग में भी प्रासंगिक है। इस मौके पर स्वामी चिदानंद सरस्वती, ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला, ज्योतिषाचार्य केए दुबे पद्मेश, अजय भांबी, पंडित लेखराज शर्मा, आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री, संजीव श्रीवास्तव, लक्ष्मीकांत त्रिपाठी, प्रियंका भारद्वाज, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी आदि मौजूद रहे।

ज्योतिष को बढ़ावा देने के लिए बनाई परिष

सीएम ने कहा, राज्य सरकार ने ज्योतिष को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड ज्योतिष परिषद का गठन किया है, जिससे युवा पीढ़ी को प्राचीन भारतीय ज्ञान और विज्ञान को समझने में सहायता मिल रही है। कहा, ज्योतिष अतीत की विरासत संग भविष्य की चाबी भी है। ज्योतिष शास्त्र भौतिक, आध्यात्मिक और दैविक विचारों का समन्वय है। कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास और विरासत को साथ में आगे बढ़ाने की बात करते हैं। हमें अपनी महान मान्यताओं और उपलब्धियों पर गर्व करना सीखना है। आधुनिक विज्ञान के साथ ही एंसेंट इंडियन नॉलेज सिस्टम को भी समझना होगा।

आचार्य सेमवाल को ज्योतिष रत्

अमर उजाला ज्योतिष महाकुंभ में इस बार उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान की शुरुआत की गई। सीएम धामी ने प्रथम ज्योतिष रत्न सम्मान आचार्य रमेश सेमवाल को दिया। वहीं, पंडित पुरुषोत्तम गौड़ को जन ज्योतिष सम्मान से नवाजा गया।पांच युवा ज्योतिषियों को भी सम्मान-

ज्योतिष महाकुंभ में पहली बार पांच युवा ज्योतिषियों को भी अमर उजाला ने सम्मानित किया। ज्योतिषी विभा शर्मा, डॉ. संतोष खंडूड़ी, लीजा गुप्ता, आचार्य विकास जोशी और पंडित सार्थक राज को सीएम ने युवा ज्योतिषी सम्मान से नवाजा। 

जब यूसीसी पर खड़े होकर सीएम का अभिवादन किया-

समापन समारोह में ग्राफिक एरा विवि के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने सीएम पुष्कर सिंह धामी के नए साल में समान नागरिक संहिता लागू करने के फैसले को जैसे ही ऐतिहासिक बताया तो पूरे ऑडिटोरियम में बैठे लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया। स्वामी चिदानंद मुनि ने भी सीएम धामी के यूसीसी लागू करने के फैसले को ऐतिहासिक करार दिया। 

Uttarakhand Nikay Chunav: नामांकन का आज आखिरी दिन, निकाय चुनाव के प्रत्याशियों के लिए राहत, बैंक खाते में दी राहत.

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नगर निकाय चुनाव के नामांकन का आज आखिरी दिन है। इससे पूर्व निर्वाचन आयोग ने प्रत्याशियों के नामांकन को लेकर नियम आसान कर दिया। प्रत्याशियों को बिना खाता खोले भी नामांकन जमा कराने का मौका मिलेगा, बशर्ते उन्हें नामांकन के अंतिम समय तक बैंक की जानकारी देनी होगी।

प्रत्याशियों को नामांकन के लिए अलग से बैंक खाता खोलने का प्रावधान है। राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रत्याशियों की सुविधा के लिए शनिवार और रविवार को एसबीआई की विभिन्न शाखाएं, कोषागार, उप कोषागार खुलवाए। इसके बावजूद बैंक खाता खोलने में परेशानी आ रही थी।

आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने रविवार को सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को बैंक संबंधी पत्र भेजा। इसमें कहा गया कि प्रत्याशियों को बैंक खाता खुलने में देरी होने के मद्देनजर ये तय किया गया कि अधिकारी उनका नामांकन बिना बैंक जानकारी भी जमा करा लें।

उन्हें नामांकन के आखिरी तिथि को आखिरी समय तक खाते की जानकारी देनी होगी। आयोग ने ये भी स्पष्ट किया कि प्रत्याशी केवल एसबीआई ही नहीं, किसी भी बैंक में अपना खाता खुलवा सकते हैं। नामांकन का सोमवार को आखिरी दिन है। तीन दिन में बड़ी संख्या में नामांकन हुए हैं।

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National Games: देवभूमि को प्रकाशित करने निकली ‘तेजस्विनी’! CM धामी और रेखा आर्या ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना.

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प्रदेश में 38वें राष्ट्रीय खेल 28 जनवरी से शुरू होंगे। इसके लिए बृहस्पतिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या ने मशाल (टार्च) रिले का शुभारंभ किया जो प्रदेश के 13 जिलों में 3823 किलोमीटर का सफर तय करेगी।

गौलापार स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के बैडमिंटन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि मशाल खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्साहित करेगी। खिलाड़ियों को जीत के अपने संकल्प को इतना मजबूत करना होगा कि वे शिखर तक पहुंच सकें। खेल मंत्री रेखा आर्या ने खिलाड़ियों से कहा कि आप इन खेलों में इतिहास बदल दीजिए, हमें टॉप- 5 में आना है। इसके बाद सीएम और खेल मंत्री ने मशाल रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया।

रैली काठगोदाम होते हुए वाहनों से नैनीताल रोड स्थित शहीद पार्क गई। यहां से मिनी स्टेडियम तक ओलंपियन राजेंद्र रावत समेत राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मशाल बदल-बदलकर दौड़ते गए। तेजस्विनी प्रदेश के सभी 13 जिलों से गुजरेगी, 27 जनवरी को देहरादून में रैली संपन्न होगी। उसके बाद 28 जनवरी से 14 फरवरी तक राष्ट्रीय खेल होंगे।

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Big Breaking:-उत्तराखंड राज्य में 7 दिवसीय राजकीय शोक हुआ घोषित.

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डा० मनमोहन सिंह, मा० भूतपूर्व प्रधानमंत्री, भारत सरकार के निधन पर प्रदेश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किए जाने तथा राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाने आदि के सम्बन्ध में।

उपरोक्त विषयक गृह मंत्रालय, भारत सरकार के वायरलेस के माध्यम से प्रेषित पत्र संख्या-3/2/2024-Public, दिनांक 26.12.2024 के अनुपालन में मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि डा० मनमोहन सिंह, मा० भूतपूर्व प्रधानमंत्री, भारत सरकार के निधन पर दिनांक 26.12.2024 से दिनांक 01.01.2025 (दोनों दिवसों को जोड़कर) सात दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा।

इस अवधि के दौरान उत्तराखण्ड राज्य में जहाँ राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराये जाते हैं, वहाँ राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगें। राष्ट्रीय शोक के दिवसों में कोई भी शासकीय मनोरंजन के कार्यकम आयोजित नहीं किये जायेंगे।

Uttarakhand: सीएम धामी ने दी पूर्व PM मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि, देश के लिए उनके योगदान को किया याद.

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देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नहीं रहे। का बीते गुरुवार को निधन हो गया.  92 साल की उम्र में उनका दिल्ली एम्स में निधन हो गया। उनके निधन पर खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हम सभी के लिए एक दुख भरा समाचार है। भगवान से प्रार्थना है कि उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके सभी परिवारजनों, चाहने वालों को इस दुख की घड़ी में शक्ति प्रदान करें।

CM धामी ने दी पूर्व PM मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि-

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि साधारण पृष्ठभूमि से आकर उन्होंने वित्त मंत्री समेत विभिन्न पदों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया. उन्होंने कहा भारतीय आर्थिक नीति को नई दिशा देने में मनमोहन सिंह का योगदान सराहनीय है.

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उत्तराखंड में 7 दिन का शोक घोषित-

पूर्व पीएम के निधन पर उत्तराखंड में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. सात दिन तक राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे. इसके साथ ही शासकीय और मनोरंजन के कार्य नहीं होंगे. मनमोहन सिंह ने 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. बताया जा रहा है वह काफी वक्त से स्वास्थय संबंधी परेशानियों से जूझ रहे थे. गुरुवार शाम को अचानक उनकी तबियत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.

नोटों पर हस्ताक्षर करने वाले देश के एकमात्र पीएम-

2005 में डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के पद पर थे तब भारत सरकार ने 10 रुपये का एक नया नोट जारी किया था। उस पर मनमोहन सिंह के हस्ताक्षर थे। हालांकि नियमों के अनुसार उस समय नोटों पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर होते थे। लेकिन 10 रुपये के नोट पर मनमोहन सिंह का हस्ताक्षर एक विशेष बदलाव के तहत किया गया था।डॉ. मनमोहन सिंह ने 16 सितंबर 1982 से लेकर 14 जनवरी 1985 तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का पदभार संभाला था। उस दौरान छपने वाले नोटों पर मनमोहन सिंह के हस्ताक्षर हुआ करते थे। भारत में यह व्यवस्था आज भी है कि करेंसी पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की नहीं, बल्कि आरबीआई गवर्नर ही साइन करते हैं।

 

डॉ. मनमोहन सिंह से जुड़ी खास बातें-

  • भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दो गवर्नर वित्त मंत्री बने- उनमें एक मनमोहन सिंह और दूसरे थे सीडी देशमुख।
  • चार वित्त मंत्री प्रधानमंत्री बने- ये नाम हैं मोरारजी देसाई, चरण सिंह , वी.पी. सिंह और मनमोहन सिंह।
  • चार शीर्ष नौकरशाह जो वित्त मंत्री बने- उनमें एचएम पटेल, सीडी देशमुख, यशवंत सिन्हा और मनमोहन सिंह का नाम।
  • मनमोहन सिंह धाराप्रवाह हिंदी बोल सकते थे, लेकिन उर्दू में भाषा में उनकी दक्षता के कारण उनके भाषण उर्दू में लिखे जाते थे।
  • मनमोहन सिंह को 1993 में यूरोमनी और एशियामनी की ओर से “फाइनेंस मिनिस्टर ऑफ दर ईयर” के रूप में नामित किया गया
  • 1962 में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने मनमोहन सिंह को सरकार में पद की पेशकश की तो सिंह ने कर दिया था अस्वीकार

 

Uttarakhand: आगामी नगर निकाय चुनाव के दृष्टिगत दून पुलिस की बडी कार्यवाही…भारी मात्रा में विदेशी/इम्पोर्टेड शराब का जखीरा किया बरामद..

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Dehradun:आगामी नगर निकाय चुनाव तथा नव वर्ष/विन्टर कार्निवाल में अवैध शराब की तस्करी/भण्डारण की सम्भावना के दृष्टिगत एसएसपी देहरादून द्वारा अवैध शराब/मादक पदार्थों की तस्करी/भण्डारण पर प्रभावी अंकुश लगाने हेतु सभी अधीनस्थों को अपने-अपने क्षेत्र मे अवैध शराब/मादक पदार्थों की तस्करी/भण्डारण में लिप्त अभियुक्तों को चिन्हित करते हुए उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही किये जाने के कडे निर्देश निर्गत किये गये हैं.. उक्त आदेशों के अनुपालन में जनपद के नगर तथा देहात क्षेत्र के सभी थाना क्षेंत्रों में ऐसे अभियुक्तों के चिन्हिकरण/धरपकड हेतु लगातार सत्यापन/चैकिंग अभियान चलाया जा रहा हैं.

 

इसी क्रम में एसएसपी देहरादून को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर थाना राजपुर पुलिस द्वारा क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में राजपुर क्षेत्रान्तर्गत प्लॉट नंबर 5 ,शिप्रा विहार, कैनाल रोड उक्त फ्लैट में बनाये गये अवैध शराब के गोदाम पर छापा मारते हुए वहां से 16 पेटी (कुल 181 बोतल ) अवैध इम्पोर्टेड शराब बरामद की. जिसमें से कुछ शराब की बोतलें हरियाणा मार्का भी थी.. पुलिस द्वारा फ्लैट में रहने वाले व्यक्ति के विरूद्ध मु0अ0सं0: 284/24 धारा 60 आबकारी अधिनियम पंजीकृत किया गया.

 

बरामदगी:-

01: 16 पेटी (कुल 181 बोतले) इम्पोर्टेड शराब

(अनुमानित कीमत लगभग 25 लाख रू.

 

 

Uttarakhand: भीमताल बस दुर्घटना में 4 लोगों की मौत, CM धामी ने किया 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान.

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Uttarakhand:  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने भीमताल के ओखल में हुई बस दुर्घटना के मृतकों के परिजनों और घायलों को राहत राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। बस दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। इसमें उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा ₹5 लाख जबकि सड़क सुरक्षा निधि से 2 लाख और मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 3 लाख रुपए दिए जाएंगे। इसी प्रकार गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को ₹3 लाख एवं सामान्य रूप से घायल व्यक्तियों को ₹15- ₹25 हजार दिए जाएंगे।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस दुर्घटना के मृतकों के परिजनों और घायलों को राहत राशि के साथ ही सरकार के स्तर से उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को गंभीर रूप से घायल लोगों को आवश्यकता अनुसार हायर सेंटर रेफर करने के भी निर्देश दिए।

 

 

Uttarakhand: मंत्री रेखा आर्य ने किया आचार संहिता का उल्लंघन, राज्य निर्वाचन आयोग ले संज्ञान- गरिमा दसौनी

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Uttarakhand: मंत्री रेखा आर्य ने किया आचार संहिता का उल्लंघन, राज्य निर्वाचन आयोग ले संज्ञान- गरिमा दसौनी

क्या सत्ता पक्ष और विपक्ष के लिए अलग-अलग होंगे नियम कायदे कानून??

उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने विज्ञप्ति जारी कर मंत्री रेखा आर्य द्वारा विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण पर सवाल उठाया है। गरिमा दसौनी ने कहा कि धामी सरकार में
प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री  रेखा आर्या ने अन्तर्राष्ट्रीय स्पोर्टस काम्लैक्स स्टेडियम गौलापार में पूर्व निर्मित क्रिकेट मैदान मेॅ फुटबाल मैदान के निर्माण लागत 288.06 लाख और अन्तर्राष्ट्रीय हल्द्वानी स्पोर्टस काम्पलैक्स स्टेडियम के निर्माण लागत 1510.93 लाख की योजनाओं का लोकापर्ण किया।

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गरिमा दसौनी ने कहा कि उपरोक्त कार्यक्रम के मध्य नजर यह सवाल लाजिमी हो जाता है कि क्या प्रदेश के अंदर दो अलग कानून चल रहे हैं? शहरी निकायों के चुनावी कार्यक्रम जारी होने के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो चुकी है ऐसे में विपक्षी दलों के राजनीतिक कार्यक्रमों पर स्वत रोक लगा दी गई है। पर सत्ता पक्ष है कि वह अपनी हठ धर्मिता से बाज नहीं आ रहा है गरिमा ने कहा कि अब सभी की नजर राज्य निर्वाचन आयोग पर हैं कि वह वीआईपी कल्चर को पल्लवित पुष्पित करते हुए मंत्री रेखा आर्य पर कोई कार्यवाही करते हैं या नहीं?

ये भी पढ़ें..Uttarakhand News: अब अफसर-कर्मचारी नहीं डाल सकेंगे कोई भी विवादित पोस्ट, बनने जा रही है सोशल मीडिया आचार संहिता.

दसौनी ने कहा कि अपनों पर करम गैरों पर सितम राज्य के लिए यह अच्छी परिपाटी नहीं है और राज्य निर्वाचन आयोग को इसका संज्ञान लेते हुए मंत्री रेखा आर्य को कारण बताओं नोटिस भेजना चाहिए वरना आने वाले दिनों में कोई भी राजनीतिक दल राज्य निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस की अनदेखी करने में पीछे नहीं रहेगा।

Uttarakhand News: अब अफसर-कर्मचारी नहीं डाल सकेंगे कोई भी विवादित पोस्ट, बनने जा रही है सोशल मीडिया आचार संहिता.

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Uttarakhand: प्रदेश सरकार अब सरकारी अफसरों और कर्मचारियों के लिए सोशल मीडिया आचार संहिता बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्मिक एवं सतर्कता विभाग से एक सोशल मीडिया पॉलिसी बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पॉलिसी का एक ड्राफ्ट दो सप्ताह के भीतर पेश करने को कहा है।

मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने सोशल मीडिया पॉलिसी ड्राफ्ट तलब करने की पुष्टि की है। सरकारी कामकाज में सूचना प्रौद्योगिकी और स्मार्टफोन के इस्तेमाल के बाद से अधिकारियों और कर्मचारियों की सोशल मीडिया पर सक्रियता पिछले कुछ वर्षों से बढ़ गई है। उनकी यह सक्रियता सरकारी कामकाज व योजनाओं के प्रमोशन और नितांत सामाजिक गतिविधियों तक तो सरकार को स्वीकार्य है। लेकिन, पिछले कुछ महीनों में सोशल मीडिया पर सरकार को असहज करने वाली विवादित पोस्ट भी चर्चाओं में रही हैं।

 

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विवादित पोस्ट पर सहायक अध्यापक को किया गया था निलंबित-

शिक्षा विभाग में कुछ शिक्षकों को विवादित पोस्ट के लिए कारण बताओ नोटिस तक जारी हो चुके हैं। इतना ही नहीं अल्मोड़ा स्याल्दे विकास खंड में एक राजकीय इंटर कॉलेज के सहायक अध्यापक को विवादित पोस्ट के कारण निलंबित तक कर दिया गया था। अन्य महकमों में भी इस तरह के उदाहरण सामने आ चुके हैं।

इन्हीं को ध्यान में रखकर अब शासनस्तर पर सोशल मीडिया पॉलिसी बनाने का निर्णय लिया गया है। कार्मिक एवं सतर्कता विभाग को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। विभाग को हाल ही में यूपी सरकार द्वारा बनाई गई सोशल मीडिया पॉलिसी का अध्ययन करने की भी सलाह दी गई है।

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उत्तराखंड पुलिस विभाग ने भी सोशल मीडिया के लिए एक एसओपी तैयार की है। इस एसओपी का भी अध्ययन करने को कहा गया है। सरकार नए वर्ष में सोशल मीडिया पॉलिसी तैयार कर उसे लागू करना चाहती है।