केंद्र-राज्य ने झौंकी ताकत, एक और शव बरामद; मृतकों की संख्या हुई पांच
गंगोत्री धाम का प्रमुख पड़ाव धराली खीर गंगा नदी में बादल फटने से आए सैलाब से तबाह हो गया, दोपहर करीब डेढ़ बजे अचानक आए सैलाब के चलते चारों और पसरा मलबा ही मलबा फैल गया। इस घटना में करीब 15 से 20 होटल व घरों को नुकसान की सूचना मिल रही है। जिला प्रशासन के अनुसार आपदा में चार लोगों के मौत की हो चुकी है।आपदा की सूचना पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस, राजस्व, आपदा प्रबंधन आदि की टीमों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरु कर दिया है। धराली के ठीक सामने स्थिति मुखबा गांव से लोगों से खीर गंगा नदी में आए सैलाब मोबाइल में कैद किया, कुछ ही देर में जलप्रलय के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित होने लगे। सैलाब की दिल दहलाने वाले कई वीडियो सामने आए हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ ही पलों में पूरा इलाका मलबे से ढक गया।
केंद्र और राज्य सरकार ने राहत- बचाव अभियान में ताकत झौंक दी है। मौसम की चुनौतियों के बावजूद सीएम पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर पहुंचे। सेना, बीआरओ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, प्रशासन सहित तमाम एजेंसियां बचाव अभियान में जुटी हैं।
आपदा ग्रस्त धराली (उत्तरकाशी) में राहत एवं बचाव अभियान में केंद्र के साथ ही राज्य की एजेंसियां भी युद़धस्तर पर जुटी हुई हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मौसम की चुनौतियों के बावजूद, आपदा ग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की है। सीएम ने बचाव और राहत अभियान में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं।
उत्तरकाशी के धराली में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के संबंध में सांसदों अनिल बलूनी, महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, त्रिवेंद्र सिंह रावत व अजय भट्ट जी के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री उत्तरकाशी में आई इस भीषण विपदा से मर्माहत, शोकाकुल और व्यथित हैं। वे स्वयं राहत एवं बचाव कार्य की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की तमाम एजेंसियां राहत, बचाव एवं पुनर्वास के कार्य में पूरी तत्परता के साथ जुटी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार धराली सहित सभी आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है। साथ ही, केंद्र सरकार उत्तराखंड को इस आपदा से लड़ने और बाहर निकालने में हर तरह से मदद दे रही है।
प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों से कहा कि वे अपने लोकसभा क्षेत्र के अतिवृष्टि और भूस्खलन के इलाकों में रह रहे लोगों से संपर्क में रहें एवं उन्हें हर संभव हर सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत रहें।