Day: February 5, 2025

उत्तराखंड में 3 दिन के दौरे पर रहेंगे सीएम योगी, पैतृक गांव में करेंगे प्रवास, सुरक्षा कर्मियों की टीम पहुंची.

102 Minutes Read -
Yogi Adityanath Uttarakhand Visit: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर यमकेश्वर आ सकते हैं। अपने पैतृक गांव पंचूर में भतीजी की शादी के साथ ही वह कुछ और कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं।उत्तर प्रदेश से सुरक्षा कर्मियों की एक टीम यहां पहुंच चुकी है। स्थानीय पुलिस, प्रशासन भी तैयारी में जुटा है। हालांकि, अभी सीएम योगी के कार्यक्रम का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम नहीं आया है।

योगी महाविद्यालय में स्टालों का निरीक्षण करने के साथ किसानों को करेंगे सम्मानित-

 

गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय बिथ्याणी में पांच और छह फरवरी को पंतनगर विश्वविद्यालय की ओर से कृषि मेला लगाया जाना है। छह फरवरी को मेले का समापन होना है। अब तक चल रही पुलिस और प्रशासनिक तैयारियों के अनुसार सीएम योगी महाविद्यालय में स्टालों का निरीक्षण करने के साथ किसानों को सम्मानित करेंगे।

 

महाविद्यालय में प्रशासन के साथ ही विवि की ओर से भी स्टाल लगाए जा रहे हैं। महाविद्यालय में लगे सौ फीट ऊंचे तिरंगे झंडे का भी वह उद्घाटन करेंगे। सात फरवरी को उनके पैतृक गांव पंचूर में उनकी भतीजी की शादी है। छह फरवरी को रात्रि विश्राम उनका पैतृक गांव पंचूर में होगा। दिन में वह शादी समारोह में शामिल होंगे। इसके साथ ही वह तल्ला बंणास मेंं एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होंगे।

 

उत्तर प्रदेश से एसपी सुरक्षा के नेतृत्व में एक टीम पहुंची-

 

बताया जा रहा है कि वहां उनका करीब दो घंटे का कार्यक्रम है। उसके बाद वह शाम को रवाना हो जाएंगे। वहीं, उत्तर प्रदेश से एसपी सुरक्षा के नेतृत्व में एक टीम पहुंच चुकी है। टीम ने कार्यक्रम स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को परखा। प्रभारी एसएसपी पौड़ी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित है। अभी कार्यक्रम नहीं आया है।

 

 

मायाकुंड में 43 लाख की लागत से बनेगा सामुदायिक केंद्र-

 

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: मायाकुंड में नगर निगम सामुदायिक केंद्र बनाएगा। करीब 43 लाख की लागत से निर्माण कार्यों का टेंडर जारी कर दिया गया है। वहीं, निगम ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए भी टेंडर जारी किए हैं। जब तक नई कंपनी काम के लिए नहीं आती है, पुरानी कंपनी ही जिम्मा संभालेगी। निगम क्षेत्र के मायाकुंड में पुराना भवन बना है। इस भवन में फिलहाल व्यवस्था ठीक नहीं है। यह जीर्ण-शीर्ण बना हुआ है।

 

 

जिलाधिकारी और नगर निगम के प्रशासक सविन बसंल के जनता दरबार में इसका मुद्दा उठा था। जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों को सामुदायिक केंद्र बनाने के निर्देश दिए। इसके बाद निगम ने इसके लिए प्रयास शुरू किए। निगम की ओर से 43 लाख की लागत से सामुदायिक केंद्र बनाने के टेंडर जारी किए गए हैं। इसमें हाल, कमरों का निर्माण कराया जाएगा।

 

 

नगर आयुक्त शैलेंद्र नेगी ने बताया कि इसके टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं, नगर निगम ने शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए भी टेंडर जारी किए हैं। शहर के चालीस वार्डों में निगम घरों से कूड़ा उठा रहा है। एक एजेंसी के माध्यम से यह काम किया जा रहा है। नगर आयुक्त ने बताया कि जब तक नई एजेंसी नहीं आ जाती तब तक पुरानी कंपनी को ही काम करने को कहा गया है।

बांग्लादेशी-घुसपैठियों का समर्थन और प्रोटेक्शन करती है दिल्ली की ‘आप’ सरकार, CM धामी का हमला.

96 Minutes Read -

Dehradun: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी शोर थम चुका है.  इस बार दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने तमाम दिग्गजों को चुनाव प्रचार में उतारा, जिसमें सीएम पुष्कर धामी भी शामिल रहे. उन्होंने चुनाव प्रचार को धार दी. वहीं, दिल्ली में चुनावी प्रचार प्रसार कर देहरादून लौटे सीएम धामी ने बड़ा बयान दिया है. सीएम धामी ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की आप सरकार एक ओर घुसपैठियों-बांग्लादेशियों का समर्थन और प्रोटेक्शन करती है तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.

 

सीएम धामी ने बांग्लादेशी घुसपैठिए के मामले में आप सरकार को घेरा-

 

 उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में प्रचार प्रसार के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों के मामले को लेकर आप सरकार पर जमकर निशाना साधा था. सीएम धामी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब घुसपैठियों और बांग्लादेशियों की बात आती है तो आम आदमी पार्टी वाले उनका समर्थन करते हैं. साथ ही उनको प्रोटेक्शन करते हैं. जबकि, उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के रहने वाले लोगों को अपना नहीं समझते हैं, बल्कि उनको बाहरी समझते हैं. साथ ही इन लोगों के साथ दोगलापन जैसा व्यवहार करते हैं.

 

सीएम धामी- 

 

सीएम धामी ने कहा कि जब बांग्लादेश में नरसंहार हो रहा था. हिंदुओं के साथ अत्याचार और अमानवीय व्यवहार हो रहा था. माताओं-बहनों के साथ हर तरह से अन्याय हो रहा था, उस दौरान इन लोगों ने एक भी आवाज नहीं उठाई. जबकि, ये लोग छोटी-छोटी बातों पर जंतर मंतर में धरना करते हैं. कभी कैंडल मार्च निकालते हैं, लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के मामले पर विपक्ष को सांप सूंघ गया था. यही वजह है कि दिल्ली की जनता अब इनसे सवाल कर रही है कि उस दौरान इन्होंने सवाल क्यों नहीं उठाया?

 

जेएनयू की रिपोर्ट से खलबली-

 

 दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के बीच बांग्लादेशी घुसपैठियों का मामला काफी चर्चाओं में रहा. हाल ही में जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) ने एक रिपोर्ट भी जारी की है. जिसके अनुसार दिल्ली के 20 इलाकों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की आबादी काफी ज्यादा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि दिल्ली में करीब बांग्लादेशी घुसपैठियों की आबादी 20 लाख है. यही वजह है कि बीजेपी लगातार इस पूरे मामले पर सवाल उठा रही है. विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी इस मामले को भुनाने की कवायद में भी जुटी हुई है.

 

Live In Relationship: लिव इन में रहने के लिए उत्तराखंड के पहले जोड़े को मिली मंजूरी, अब दूसरे जिले से भी आए आवेदन.

135 Minutes Read -

समान नागरिक संहिता के तहत लिव इन रिलेशनशिप का पंजीकरण कराने के लिए प्राप्त तीन आवेदनों में से एक को कानूनी मान्यता दे दी गई है। लिव इन रिलेशनशिप के लिए पहले जोड़े को पंजीकृत कर लिया गया है। यह युगल देहरादून जिले का बताया जा रहा है, हालांकि दून से प्राप्त दो आवेदनों के अलावा एक आवेदन दूसरे जिले से भी प्राप्त हुआ था।

पहला पंजीकरण देहरादून से ही हुआ है, इस पर अभी जिला प्रशासन ने मुहर नहीं लगाई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार पहला पंजीकरण दून क्षेत्र में ही हुआ है। गौरतलब हो कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता ने लिव इन रिलेशनशिप को कानूनी मान्यता मिलने के बाद दून में दो जोड़े सबसे पहले पंजीकरण कराने के लिए आगे आए।

दोनों युगलों ने यूसीसी पोर्टल पर आवेदन किया। इसके अलावा राज्य से दूसरे जिले से भी एक जोड़े ने आवेदन किया है। पुलिस आवेदनों की जांच कर रही है। दस्तावेज व दावे सही पाए जाने के बाद पहले जोड़े को लिव इन में रहने के लिए कानूनी तौर पर अनुमति दे दी गई है।
भरना होता है 16 पेज का फॉर्म-

यूसीसी अधिनियम के तहत जो भी जोड़े लिव इन रिलेशनशिप का पंजीकरण कराएंगे, उन्हें 16 पेज का फॉर्म भरना होगा। पंजीकरण शुल्क जमा करना होगा और यह भी बताना होगा कि अगर भविष्य में वह विवाह करना चाहें तो वो इस योग्य हैं या नहीं। जोड़े को पिछले लिव इन संबंधों का विवरण भी देना होगा।I